आदर्शो, सिद्धांतों और यादों में ज़िंदा हैं महेश्वर दयालु गंगवार

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गमगीन माहौल में वरिष्ठ पत्रकार स्व. गंगवार को श्रद्धांजलि दी एनयूजे के दफ़्तर सात जंतर-मंतर पर जुटे मीडियाकर्मियों ने याद किया# नई दिल्ली। वरिष्ठ पत्रकार और नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन (एनयूजे) व दिल्ली जर्नलिस्ट एसोसिएशन (डीजेए) के वरिष्ठ नेता रहे स्व. महेश्वर दयालु गंगवार को तमाम मीडियाकर्मियों ने गमगीन माहौल में श्रद्धांजलि दी। बुधवार को श्री गंगवार की याद में आयोजित शोकसभा में लोगों ने उनके साथ बिताए पलों को याद किया। एनयूजे के दफ़्तर सात जंतर-मंतर पर आयोजित शोकसभा में वरिष्ठ पत्रकार, डीजेए के पदाधिकारी, अन्य मीडियाकर्मियों के अलावा स्व. श्री गंगवार की पत्नी, पुत्र-पुत्री एवं दामाद भी मौजूद थे।# माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं एनयूजे के पूर्व अध्यक्ष अच्युतानंद मिश्र ने श्री गंगवार की मौत को निजी क्षति बताते हुए कहा कि वे विषम परिस्थितियों में भी चीजों को संभाल लेते थे। वरिष्ठ पत्रकार एनके त्रिखा ने गंगवार जी के साथ बिताए पलों को याद किया। एनयूजे के उपाध्यक्ष और समाचार एजेंसी यूनीवार्ता के ब्यूरो चीफ सुभाष निगम ने श्री गंगवार की मौत को भारी क्षति बताया। हरियाणा जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय राठी ने परिवार को सांत्वना देते हुए कामना की कि हम सब श्री गंगवार के बताए रास्तों पर चलें और संगठन को मज़बूत बताएं। दिल्ली जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज वर्मा एवं महासचिव अनिल पांडेय ने संगठन में आई रिक्तता पर दुख जताया। एनयूजे के कोषाध्यक्ष मनोहर सिंह ने कहा कि गंगवार जी का वह रूप हमारे लिए अनुकरणीय है जब वे युवाओं के साथ युवा और वरिष्ठों के साथ वैसा ही व्यवहार करते थे। #शोकसभा में एनयूजे के महासचिव रासविहारी, डीजेए के उपाध्यक्ष अनूप वाजपेयी, पत्रकार प्रमोद सैनी, आनंद राणा समेत प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया से जु\डे कई पत्रकार शामिल थे। बेहद भावुक माहौल में श्री गंगवार को याद करने के सिलसिले के दौरान कई पत्रकार बोलने के लिए उठे लेकिन गला रुं"ने से कुछ बोल नहीं पाए। श्री गंगवार की पार्षद पत्नी लगातार रो रहीं थीं। उन्हें वरिष्ठ पत्रकारों ने सांत्वना दी और ईश्वर से कामना की कि उन्हें इस विषम घड़ी को सहने की शक्ति दें।