लखनऊ, 04 जनवरी। पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सà¥à¤à¤¾à¤· दवे का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ अदà¥à¤à¥à¤¤ था। उनमें सफल पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और अचà¥à¤›à¥‡ इंसान का समनà¥à¤µà¤¯ था। वे पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ और मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ हमेशा ईमानदार रहे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सहकरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ कà¤à¥€ वरिषà¥à¤ और कनिषà¥à¤ का à¤à¥‡à¤¦ नहीं किया। वे सà¤à¥€ को सदà¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° की सीख देते थे। ये विचार आज सांय यहां यू.पी.पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ में सà¥à¤à¤¾à¤· दवे की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में आयोजित शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि सà¤à¤¾ में वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किये। जà¥à¤žà¤¾à¤¤à¤µà¥à¤¯ है कि राजधानी के वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ दवे का गत सोमवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।#
सà¥à¤µ.दवे को शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और माखनलाल चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पूरà¥à¤µ कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ अचà¥à¤¯à¥à¤¤à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ मिशà¥à¤° ने कहा कि वे करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और अचà¥à¤›à¥‡ इंसान थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में इंदौर से नई दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के साथ जà¥à¤¡à¤¼à¤•à¤° पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की। इसके बाद वे à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² और अहमदाबाद में हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ समाचार के संवाददाता रहे। बाद में लखनऊ आये और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤§à¤°à¥à¤®, तरà¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ और अमर उजाला से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡à¥¤ शà¥à¤°à¥€ मिशà¥à¤° ने कहा कि यह अचà¥à¤›à¥€ बात है कि लखनऊ के सà¤à¥€ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने मिलकर शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि सà¤à¤¾ का आयोजन किया है। वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और पूरà¥à¤µ सूचना आयà¥à¤•à¥à¤¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि सà¥à¤à¤¾à¤· दवे में à¤à¤• साथ कई गà¥à¤£à¥‹à¤‚ का संगम था। वे बेहद अचà¥à¤›à¥‡ इंसान थे। सà¥à¤µ.दवे को याद करते हà¥à¤ कहा कि वे विषयों पर चरà¥à¤šà¤¾ करते थे। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¤à¥€ को बौधà¥à¤¦à¤¿à¤• मदद की जरूरत होती है। कोई à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सरà¥à¤µà¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ नहीं होता। शà¥à¤°à¥€ शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के सामने आने वाली चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सामना करने के लिठà¤à¤• समनà¥à¤µà¤¯ समिति होनी चाहिà¤à¥¤ यू.पी.पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· रवीनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह ने सà¥à¤à¤¾à¤· दवे से जà¥à¤¡à¤¼à¥€à¤‚ सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को याद करते हà¥à¤ कहा कि वे बहà¥à¤¤ कम बोलते थे और जो बोलते थे सटीक बोलते थे। उनके निधन से पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ की इस पीढ़ी को बड़ी कà¥à¤·à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆ है। वे हमेशा मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¤à¥‡ रहते थे।#
वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और पूरà¥à¤µ सूचना आयà¥à¤•à¥à¤¤ वीरेनà¥à¤¦à¥à¤° सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ ने कहा कि सà¥à¤à¤¾à¤· दवे सौमà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• थे। वे हमेशा अपने काम के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ ईमानदार और करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ रहे। किसी à¤à¤• इंसान में इतनी अधिक खूबियां मिलना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हैं। यू.पी.वरà¥à¤•à¤¿à¤‚ग जरà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤¸ यूनियन के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· हसीब सिदà¥à¤¦à¥€à¤•à¥€ ने सà¥à¤à¤¾à¤· दवे को याद करते हà¥à¤ कहा कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¤à¥€ à¤à¥€ अखबार उपयोग अपने निजी हित के लिठनहीं किया। यू.पी.जरà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤¸ à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ (उपजा) के पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पी.बी.वरà¥à¤®à¤¾ ने सà¥à¤à¤¾à¤· दवे की पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ और उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤µ को अनà¥à¤•à¤°à¤£à¥€à¤¯ बताते हà¥à¤ कहा कि उनके जीवन पर सेमिनार आयोजित होना चाहिà¤à¥¤#
वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अजय कà¥à¤®à¤¾à¤° ने सà¥à¤à¤¾à¤· दवे को याद करते हà¥à¤ कहा कि उनसे बहà¥à¤¤ कà¥à¤› सीखने को मिला। वे हमेशा कहा करते थे कि पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° को ताकत लेखनी से दिखानी चाहिठबोलकर नहीं। मिलनसार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¥à¤µà¤¿ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करना उनकी सबसे बड़ी सीख थी। उनकी कà¤à¥€ तेज आवाज नहीं सà¥à¤¨à¥€à¤‚। वे बार-बार कहते थे कि कलम के सिपाही बनो आवाज के नहीं। उनका वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¥à¤µà¤¿ à¤à¤¸à¤¾ था कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¥€ उनका इंतजार करते थे। वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤®à¥‹à¤¦ गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि उनके वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में वरिषà¥à¤ और कनिषà¥à¤ का कोई à¤à¥‡à¤¦ नहीं था। यू.पी.पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· रामदतà¥à¤¤ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी ने कहा कि वे करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ हमेशा ईमानदार रहते थे। सà¥à¤µ.दवे को शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि देते हà¥à¤ वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° रवीनà¥à¤¦à¥à¤° जायसवाल ने कहा कि उनका वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ इतना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ था कि नेता और नौकरशाह उनके सामने नतमसà¥à¤¤à¤• रहते थे।#
यू.पी.पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ के पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शिवशंकर गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि सà¥à¤à¤¾à¤· दवे हमेशा अपने सहयोगियों को सिखाते थे। उनके अनà¥à¤¦à¤° सहयोगियों को सिखाने की à¤à¤• ललक थी। वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और यू.पी.पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ के सचिव जोखू पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ तिवारी ने कहा कि सà¥à¤à¤¾à¤· दवे का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• था। वे अपने सिधà¥à¤¦à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ निषà¥à¤ ावान होते हà¥à¤ à¤à¥€ सà¤à¥€ के साथ तालमेल व सामनà¥à¤œà¤¸à¥à¤¯ रखते थे। वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° गोविनà¥à¤¦ पंत राजू ने कहा कि सà¥à¤à¤¾à¤· दवे अचà¥à¤›à¥‡ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° होने के साथ-साथ टà¥à¤°à¥‡à¤¡ यूनियन सहकरà¥à¤®à¥€ à¤à¥€ थे। वे पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के लिठहोने वाले आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ में बढ़ चढ़ कर हिसà¥à¤¸à¤¾ लेते थे। उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤µ में à¤à¤• खास तरह की आतà¥à¤®à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ थी। वे कà¤à¥€ आकà¥à¤°à¥‹à¤¶à¤¿à¤¤ नहीं होते थे और हमेशा गंà¤à¥€à¤° रहते थे। उनके निधन से à¤à¤• खांटी पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कम हो गया है। शà¥à¤°à¥€ राजू ने कहा कि उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µà¤ªà¤° पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾à¤“ं में आलेख पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ होने चाहिà¤à¥¤ शà¥à¤°à¤®à¤œà¥€à¤µà¥€ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° यूनियन के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सचिव हेमंत तिवारी ने कहा कि सà¥à¤à¤¾à¤· दवे का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ सहज, सरल और सौमà¥à¤¯ था। उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ व कृतितà¥à¤µ में मेल था।#
वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अफजाल अंसारी ने कहा कि वे साथियों के साथ बड़ी गरà¥à¤®à¤œà¥‹à¤¶à¥€ से मिलते थे। वे पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ और मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ हमेशा निषà¥à¤ ावान रहे। उनके ऊपर कोई उंगली नहीं उठा सकता था। वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° मà¥à¤¦à¤¿à¤¤ माथà¥à¤° ने कहा कि वे पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ ाके साथ-साथ संगठन के काम मे à¤à¥€ सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रहते थे किनà¥à¤¤à¥ कà¤à¥€ संगठनों कीपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤§à¥à¤¦à¤¤à¤¾ उनके वà¥à¤¯à¤µà¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤• दायितà¥à¤µ में आडे नहीं आती थी। वे अनà¥à¤¯ संगठनों के साथ à¤à¥€ तालमेल रखते थे। उपजा के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राजीव शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ने बताया कि सà¥à¤à¤¾à¤· दवे ने कà¥à¤› समय से सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को à¤à¤•à¤¾à¤•à¥€ कर लिया था। वे कà¥à¤› समय से सामाजिक गतिविधियों से कट गठथे। इस कारण उनकी याददाशà¥à¤¤ कम हो गई थी। शà¥à¤°à¥€ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ने कहा कि हमें अधिक से अधिक सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रहने की जरूरत है। वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सà¥à¤°à¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा कि उनके अनà¥à¤¦à¤° अपनतà¥à¤µ बहà¥à¤¤ था। वे सदैव सहयोगियों को सà¥à¤à¤¾à¤µ देते थे। पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सà¥à¤¨à¥€à¤² पावगी ने कहा कि सà¥à¤à¤¾à¤· दवे संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¨ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ के धनी थे। पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° विजय उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ने कहा कि मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¥à¤· के रूप में जानता हूं। उनकी कारà¥à¤¯à¤¶à¥ˆà¤²à¥€ यादगार है। पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° रजा रिजवी ने कहा कि उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ में शालीनता और करà¥à¤®à¤ ता थी।#
शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि सà¤à¤¾ में वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤à¤¾à¤¤ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी, शà¥à¤¯à¤¾à¤® कà¥à¤®à¤¾à¤°, अनिल तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी,दिलीप सिंहा ने à¤à¥€ विचार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किये। शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि सà¤à¤¾ का संचालन उपजा के महामंतà¥à¤°à¥€ सरà¥à¤µà¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह ने किया। शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि सà¤à¤¾ के बाद सà¤à¥€ ने दो मिनट का मौन रखकर सà¥à¤à¤¾à¤· दवे की आतà¥à¤®à¤¾ की शांति के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। सà¤à¥€ ने सà¥à¤µ दवे के चितà¥à¤° पर पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤°à¥à¤ªà¤£ कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि दी।
सरà¥à¤µà¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह
पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ महामंतà¥à¤°à¥€, उपजा
9453272129