पत्रकारों को उनकी योग्यता के अनुरुप सम्मान मिलना चाहिए :सुबोध

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रांची 27 नवंबर .वार्ता.केंद्रीय पर्यटन मंत्री सुबोध कांत सहाय ने भारतीय पत्रकारिता में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट .एनयूजे.के महत्व तथा भूमिका की प्रशंसा करते हुए आज कहा कि पत्रकारों को उनकी योग्यता के अनुरुप सम्मान मिलना चाहिए । # श्री सहाय ने यहां होटवार के खेलगांव में एनयूजे के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के अंतिम दिन कहा कि भारत निर्माण में पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है । झारखंड में प्रचुरता के बावजूद साधनहीनता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इतने बड़े आयोजन का राज्य में सफलता पूर्वक संपन्न होना एक उपलिब्ध है । उन्होंने पत्रकारिता के वर्तमान स्वरुप की ओर इशारा भी किया और यहां वैचारिक जिम्मेदारी मे आए भटकाव की चर्चा की । # इस अवसर पर झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह ने पत्रकारिता मे आई चुनौतियों की विस्तार से चर्चा की और एन यू जे के प्रयासों को सराहा । # समापन समारोह में एन यू जे के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रज्ञानंद चौधरी ने सम्मेलन की दो दिनों की गतिविधियों पर प्रकाश डाला ।# राष्ट्रीय महासचिव रासबिहारी ने समारोह की गतिविधियों के निष्कर्ष में कहा कि इन दो दिनों में देश भर से आए पत्रकारों को यहां आत्मावलोकन करने का अवसर मिला है । झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के अध्यक्ष रजत गुप्ता ने सूचना तकनीक में तेजी से आ रहे बदलावो की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि अब समय इन तकनीकों को अपना कर इनके साथ चलने का है । # इससे पहले समापन समारोह की शुरुआत झारखंड की पत्रकारिता में विशेष योगदान के लिए 20 पत्रकारों को सम्मानित करने के साथ हुई । कश्यप आई bank की डा0 भारती कश्यप की ओर से इन पत्रकारों को डा0 भरत प्रसाद कश्यप memorial पुरस्कार से सम्मानित किया गया । पत्रकारों पर देश मे हो रहे हमलों की कड़ी निंदा करते हुए सम्मेलन में एक प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार से मांग की गई कि वह पत्रकारों की सुरक्षा के लिए अविलंब केंद्रीय कानून बनाए । साथ ही सभी राज्य सरकारों से मांग की गई कि वे भी अपने यहां इसी प्रकार के कानून बनाकर पत्रकारों की सुरक्षा सुनििश्चत करें । सम्मेलन में एक स्वर से मांग की गई कि किसी भी पत्रकार को धमकाने डराने हमले अथवा हत्या की स्थिति में तुरंत प्राथमिकी दर्ज़ कर पुलिस अधीक्षक से दो दिन मे जांच कराकर दोषियों को त्वरित अदालतों के जरिए दंडित किया जाए ।